Sunday 9 January 2022

किसी आपराधिक ट्रायल में बरी होने का अनुशासनात्मक कार्यवाही पर कोई असर या प्रासंगिकता नहीं होगी : सुप्रीम कोर्ट

 किसी आपराधिक ट्रायल में बरी होने का अनुशासनात्मक कार्यवाही पर कोई असर या प्रासंगिकता नहीं होगी : सुप्रीम कोर्ट 

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि किसी आपराधिक ट्रायल में बरी होने का अनुशासनात्मक कार्यवाही पर कोई असर या प्रासंगिकता नहीं होगी। दोनों मामलों में सबूत के मानक अलग-अलग हैं और कार्यवाही अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग उद्देश्यों के साथ संचालित होती है, जस्टिस एमआर शाह और बीवी नागरत्ना की बेंच ने औद्योगिक न्यायालय द्वारा पारित एक आदेश को खारिज करते हुए कहा, जिसने महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम को ड्राइवर को बहाल करने का निर्देश दिया था जिसकी सेवाओं को अनुशासनात्मक जांच के बाद समाप्त कर दिया गया था।


 केस: महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम बनाम दिलीप उत्तम जयभाय


https://hindi.livelaw.in/category/news-updates/supreme-court-weekly-round-up-a-look-at-some-special-ordersjudgments-of-the-supreme-court-189072

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