Sunday 13 October 2024

कर्मचारी को आत्महत्या के लिए उकसाने के लिए आधिकारिक सीनियर कब उत्तरदायी हो सकते हैं? सुप्रीम कोर्ट ने समझाया

 कर्मचारी को आत्महत्या के लिए उकसाने के लिए आधिकारिक सीनियर कब उत्तरदायी हो सकते हैं? सुप्रीम कोर्ट ने समझाया


अदालत ने कहा, "इस तरह के मामलों में अदालत को जो परीक्षण अपनाना चाहिए, वह यह है कि रिकॉर्ड पर मौजूद सामग्रियों के आधार पर यह पता लगाने का प्रयास किया जाए कि क्या प्रथम दृष्टया भी ऐसा कुछ है, जो यह संकेत देता हो कि आरोपी ने इस कृत्य के परिणाम, यानी आत्महत्या का इरादा किया था।" संक्षेप में अदालत का मतलब था कि जब तक धारा 306 आईपीसी के तत्व पूरे नहीं होते, तब तक कर्मचारी द्वारा झेले गए अपमान और उत्पीड़न को आत्महत्या करने के लिए उकसाना नहीं कहा जा सकता। अदालत ने वर्तमान मामले को दूसरी श्रेणी से जोड़ा, जहां मृतक की आरोपी से अपेक्षाएं कानून द्वारा निर्धारित की गईं। इसका मतलब यह है कि कर्मचारी को आवंटित आधिकारिक कार्य से संबंधित नियोक्ता और कर्मचारी के बीच छोटा झगड़ा या तीखी नोकझोंक कर्मचारी को आत्महत्या करने के लिए उकसाने के उद्देश्य से नहीं हो सकती। 

केस टाइटल: निपुण अनेजा और अन्य बनाम उत्तर प्रदेश राज्य

https://hindi.livelaw.in/supreme-court/when-can-official-superiors-be-liable-for-abetment-of-suicide-of-employee-supreme-court-explains-272169

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